સોમવાર, 13 મે, 2013

चार सपुत

भारत माँ के चार सपुत उनसे कहते है की वो बड़े होकर उनके लिए क्या करेंगे...

बेटा बोला मैं तो डॉक्टर बन जाऊंगा,
भगवान का दुसरा नाम कहाऊंगा,
दुनिया का हर एक दर्द मिटाऊंगा,
और जोली भर के दुआए घर लाऊंगा.

बेटा बोला मैं सिपाही बन जाऊंगा,
अपने दिल के अरमानो को जलाऊंगा,
सरहदों पे मेरा खुन बहाऊंगा,
और दुश्मन की छाती चीर जाऊंगा.

बेटा बोला मैं न्यायाधीश बन जाऊंगा,
देश द्रोहियो को फांसी चढाऊंगा,
न्याय अन्याय का भेद समजाऊंगा,
रामराज को फिर यहाँ वापस लाऊंगा.

बेटा बोला मैं शिक्षक बन जाऊंगा,
मेरे देश की तकदीर लिख जाऊंगा,
'आनंद' शिक्षा का दीप जलाऊंगा,
अग्यान का अंधकार फिर मिटाऊंगा.