સોમવાર, 13 મે, 2013

ये कोई आम बात नहीं

मुजको आया हुआ एक सुनहरा सपना जो सच होना आसान नहीं.....

मुजको सुनेहरे ख़्वाब आना,
और सपने सारे सच हो जाना,
ये कोई आम बात नहीं.

बिना रिशवत के काम हो जाए,
और नेता सारे सुधर जाए,
ये कोई आम बात नहीं.

गरीब के तन पर पुरा कपडा ?
महेलो के आगे उसका जोपडा ?
ये कोई आम बात नहीं.

कहीं मिले एक बेदाग़ बंदा ?
धर्म करे बंध अपना धंधा ?
ये कोई आम बात नहीं.

गद्दारों को दी जाए फांसी,
हर लड़की हो रानी जांसी.
ये कोई आम बात नहीं.

पुलिसवाला रिशवत ना ले,
अपनी वर्दी की आन बचाले,
ये कोई आम बात नहीं.

न्यायालयमे न्याय मिले ?
वकील सिर्फ सच ही बोले ?
ये कोई आम बात नहीं.

शिक्षा का व्यापार न हो ?
कोई बालक मजदुर न हो ?
ये कोई आम बात नहीं.

'आनंद' देश महान बने,
फिर सच्चा हिंदुस्तान बने,
ये कोई आम बात नहीं.